हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अयूनुल अखबार अलरज़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
مَن قالَ فِينا بَيتَ شِعرٍ بَنَى اللّه تعالى لَهُ بَيتا فِي الجَنَّةِ
हज़रत इमाम जफार सादिक अ.स.ने फरमाया:
जो भी हमारी मदह में एक शेर कहे,तो अल्लाह तआला उसके बदले बहिश्त में उसके लिए एक घर बना देता हैं।
अयूनुल अखबार अलरज़ा,भाग 2,पेंज 15